Guna News: गुना में कड़ी मेहनत से तैयार की गई गेहूं की फसल अब बिजली लाइन की चपेट में आकर बर्बाद होने लगी है. इमझरा गांव में गेहूं की फसल में आग लगने से फसल जलकर खाक हो गई. जले हुए खेत में खड़े किसान शिवराज रघुवंशी ने प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाते हुए चेतावनी दी है कि यदि फसल का मुआवजा नहीं दिलाया गया तो 2 दिन के अंदर किसान आत्महत्या कर लेगा.
ADVERTISEMENT
किसान की चेतावनी के पीछे की वजह सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. पीड़ित किसान ने बताया कि उसने अपनी गेंहू की फसल कटवाने के लिए हार्वेस्टर किराये पर लिया था. चूंकि बिजली की लाइन खेत के ऊपर से क्रॉस हो रही थी और काफी नीचे थी जिसके चलते खेत तक हार्वेस्टर पहुंचने में दिक्कत आ रही थी, इसलिए बिजली विभाग को लाइन बंद करने की सूचना दी गई. लेकिन जब हार्वेस्टर खेत में घुसा तभी लाइन से हार्वेस्टर के टकराने से स्पार्किंग हुई और फसल में आग लग गई.
हार्वेस्टर की स्पार्किंग से लगी आग
किसान का आरोप है कि बिजली की लाइन को बंद नहीं किया गया था, जिसके चलते स्पार्किंग से खेत में आग लगी. देखते ही देखते 10 बीघा की फसल खाक हो गई. लगभग 100 क्विंटल से ज्यादा गेहूं जलकर खाक हो गया. इस घटना से आक्रोशित किसान शिवराज रघुवंशी ने आत्महत्या की चेतावनी दे डाली. वहीं बिजली विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों ने काफी हंगामा किया. किसानों का आरोप है कि बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर पीसी जैन की मनमानी के कारण ये हादसा हुआ.
बिजली की लाइन के कारण हर साल हादसे में हजारों क्विंटल फसल स्वाहा हो जाती है. इसका कोई भी स्थायी समाधान नहीं है. वहीं इस मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों ने जांच की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया है.
ये भी पढ़ें: बिजली की चपेट में आई 10 बीघे गेहूं की खड़ी फसल, किसान ने दी आत्महत्या की धमकी, रखी ये शर्त
ADVERTISEMENT