इंदौर के छात्रों का अनोखा कारनामा, 3 हफ्तों में बनाया ऐसा डिवाइस कि सब हुए हैरान

धर्मेंद्र कुमार शर्मा

21 Apr 2023 (अपडेटेड: Apr 21 2023 3:56 AM)

Madhya Pradesh: प्रदेश के छात्रों ने अनोखा कारनामा कर दिखाया है. इंदौर के SGSITS कॉलेज के छात्रों ने एक अनोखी डिवाइस का आविष्कार किया है. कॉलेज के छात्रों ने सड़क दुर्घटनाओं से बचाने के उद्देश्य से एंटी स्लीप अलार्म मॉडल बनाया है, जो वाहन चालकों के लिए कारगर साबित हो सकता है. छात्र अब इसे […]

Indore invented anti sleep device, Positive Story, Indore

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Madhya Pradesh: प्रदेश के छात्रों ने अनोखा कारनामा कर दिखाया है. इंदौर के SGSITS कॉलेज के छात्रों ने एक अनोखी डिवाइस का आविष्कार किया है. कॉलेज के छात्रों ने सड़क दुर्घटनाओं से बचाने के उद्देश्य से एंटी स्लीप अलार्म मॉडल बनाया है, जो वाहन चालकों के लिए कारगर साबित हो सकता है. छात्र अब इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर सकते हैं.

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इन्दौर के श्री गोविंदराम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों ने इस अनोखी डिवाइस का इजाद किया है. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से बनाई गई इस डिवाइस की सबसे खास बात ये है कि ये वाहन चालक की आंख लगते ही उसे जगा देगा, जिससे रात के समय होने वाले एक्सीडेंट से बचा जा सकता है.

ड्राइवर को सोने नहीं देगा एंटी स्लीप अलार्म
एसजीआईटीएस के 5 होनहार छात्रों ने मिलकर एंटी स्लीप डिवाइस को बनाया है. डिवाइस की खासियत ये है कि अगर कोई वाहन चलाते समय 5 सेकंड से अधिक समय तक अपनी आंखें यदि बंद करता है तो अलार्म ऑटोमेटिक सेंसर के माध्यम से साउंड बनाने लगती है. यानी कि अगर किसी की झपकी लगती है तो ऑटोमेटक बजर बज जाएगा, इस साउंड को सुनकर चालक तुरंत जाएगा और सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है.

बस पलटने से आया आईडिया
इस डिवाइस का आविष्कार करने वाले एक छात्र का कहना है कि कुछ दिन पहले वह जब अपने गांव गया था तो वहां पर सड़क हादसे में बस पलट गई थी. जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद उसे ऐसी डिवाइस का आईडिया आया और अपने सह पाठियों के साथ मिलकर मात्र 3 सप्ताह में इस एंटी स्लीप अलार्म को बना दिया. दरअसल ये एक प्रोजेक्ट था, जिसके तहत छात्रों ने नया आविष्कार कर दिया.

नई टेक्नीक भी जुड़ेंगी
छात्रों का कहना है कि डिवाइस पर अभी और काम करने की आवश्यकता है, क्योंकि लगातार डिवाइस से जुड़ा चश्मा आप नहीं लगा सकते हैं. इसके लिए ऐसे फॉर व्हीलर में आए लैंस के लिए बस के ग्लास या स्टेरिंग में फिट किया जा सकता है.पांचो छात्रों का सपना है कि इस डिवाइस को वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिखाएं, ताकि इसके फायदे वाहन चालकों को मिल सके.

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