Chhindwara news: भारत मे परंपरा है कि पैदा हुए बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक बुरी नज़र और लंबी उम्र के लिए हाथ या फिर गले मे धागा ताबीज बांधा जाता है पर किसे मालूम था कि यही धागा बच्ची की मौत का कारण बन जाएगा. मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है 9 वर्षीय बच्ची घर मे ही पलंग पर खड़े होकर दरवाजे के सहारे शॉल से झूला बना रही थी. अचानक मासूम सिमरन का संतुलन बिगड़ने पर वो पलंग से नीचे गिर गई और उसके गले में लिपटा शॉल गले के नजर के धागे में फस गया ओर उसकी मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक घटना बीते दिनों रविवार की है देहात थाना क्षेत्र के एसआर कालोनी में रहने वाले सुनील आहिरवार की एक बेटी ओर एक बेटा है. रविवार को दोपहर 9 वर्षीय मासूम सिमरन घर मे खेल-खेल में शॉल का झूला बनाते समय पलंग से पलंग से गिर पड़ी. बच्ची के गले में लिपटा शॉल गले मे पहना नजर के धागे में जा फसा, बच्ची की आवाज सुनकर जब मा पहुंची तो बच्ची बेसुध पड़ी हुई थी,
इस बात की सूचना पति को दी गयी सुनील अहिरवार आनन फानन में घर पहुंचा ओर बच्ची को लेकर तुरन्त जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया.
परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल
इस दर्दनाक घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया. पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी हुई है. 9 वर्षीय सिमरन की मौत की खबर से आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई, परिजनों ने बुरी नजर से बचाने के लिए बच्ची के गले में काला धागा बांधा था, पर किसे पता था यही धागा उसके लिए जानलेवा साबित होगा.
5 साल के भाई ने दी मुखाग्नि
मृतिका की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है. वही उसके 5 साल के मासूम भाई ने अपनी बहन को मुखाग्नि दी है. बता दें कि सुनील अहिरवार का एक बेटा है और एक बेटी थी. 9 साल की बेटी की अचानक मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है.
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