UP में हुए आकाश गुर्जर एनकाउंटर पर महापंचायत, न्याय मांगने पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर
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Akash Gurjar Encounter: मुरैना जिले के आकाश गुर्जर की उत्तर प्रदेश में हुई हत्या का मामला गरमाता जा रहा है. आकाश गुर्जर के परिजन उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ग्वालियर में महापंचायत का आयोजन किया गया है. अब महापंचायत को समर्थन देने के लिए भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ग्वालियर पहुंचे हैं. भीम आर्मी चीफ ने सरकार के सामने मांगों को दोहराते हुए न्याय नहीं मिलने पर सड़कों पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
महापंचायत सीबीआई जांच की मांग कर रही है. महासभा का कहना है कि जिस पुलिस ने आकाश गुर्जर का एंकाउटर किया है, वही पुलिस कैसे निष्पक्ष जांच कर सकती है. साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए. साथ ही परिवार को नौकरी दिए जाने की मांग की गयी है. इन सभी मांगों के लिए महापंचायत बुलाई गई है.
भीम आर्मी चीफ ने उठाई मांग
महापंचायत में शामिल होने पहुंचे भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने आकाश के माता-पिता से मुलाकात की. भीम आर्मी चीफ ने कहा कि 17 मई को पूरे मध्यप्रदेश में आकाश को न्याय दिलाने के लिए आगे आएं. हर जिले में ज्ञापन सौंपा जाएगा इसके लिए सभी सडकों पर आएं. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने सीबीआई जांच, 1 करोड़ रुपये की सरकारी सहायता, परिवार को सरकारी नौकरी और 5 वीघा का पट्टा दिया जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर फिर भी न्याय नहीं मिलता है तो एक दिन के बंद के लिए आयोजन किया जाएगा.
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ग्वालियर में बैठी महापंचायत
गुर्जर समाज ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने आकाश गुर्जर की हत्या की है. आकाश गुर्जर की हत्या के मामले में यूपी पुलिस पर कार्रवाई की मांग करते हुए ग्वालियर में ओबीसी महासभा और गुर्जर समाज ने 24 घंटे की महापंचायत बुलाई है. ये महापंचायत ग्वालियर के फूलबाग मैदान पर आयोजित हो रही है. जिसमें ग्वालियर चंबल अंचल के ओबीसी, एससी- एसटी वर्ग के लोगों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और राजस्थान से भी गुर्जर नेता इस महापंचायत मे शामिल हो रहे हैं.
आगरा में पुलिस ने मारी थी गोली
आकाश गुर्जर मुरैना के गांव का रहने वाला था. जानकारी के मुताबिक वह पेपर देने के लिए आगरा गया था. उसी दौरान 21 वर्षीय आकाश को खनन तस्कर बताकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसे गोली मार दी थी. उसका एनकाउंटर कर दिया गया. 48 दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से संघर्ष के बाद आकाश ने दम तोड़ दिया था. समाज के लोग पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करने कि लिए आवाज उठा रहे हैं. उनका कहना है कि एक तरफ तो जहां मामा शिवराज रक्षा की बात करते हैं वहीं दूसरी तरफ भांजों का एनकाउंटर कर दिया गया.
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