Lok Sabha Election 2024: उज्जैन लोकसभा सीट में 13 मई को वोटिंग, BJP से फिर फिरोजिया, मगर कांग्रेस से कौन?
ADVERTISEMENT
Loksabha Chunav 2024: चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. मध्य प्रदेश में 4 चरणों में लोकसभा चुनाव पूरे होंगे. प्रदेश की धार्मिक नगरी और सीएम डॉ. मोहन यादव के क्षेत्र उज्जैन में 13 मई को वोटिंग कराई जाएगी. जिसके परिणाम 4 जून को आएंगे. बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान चुनावों की घोषणा से ठीक पहले ही कर दिया है, तो वहीं कांग्रेस ने अभी तक केवल 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. उज्जैन से बीजेपी ने अनिल फिरोजिया को दोबारा मौका दिया है, तो वहीं कांग्रेस अभी तक तय नहीं कर पाई है कि किसको यहां से चुनावी मैदान में उतारा जाए.
आपको बता दें संसदीय क्षेत्र में उज्जैन जिले की सात और रतलाम की एक विधानसभा सीट शामिल है. इस लोकसभा सीट के तहत आने वाले 8 (नगाड़ा-खचरौड़, घटिया, वडनगर, महीदपुर, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, अलोट, तराना) में से 6 विधानसभा क्षेत्रों पर बीजेपी और 2 (महिदपुर और ताराना) पर कांग्रेस का कब्जा है.
कौन हो सकता है कांग्रेस उम्मीदवार?
कांग्रेस ने उज्जैन लोकसभा सीट पर भले ही अभी प्रत्याशी का ऐलान न किया हो, पर पहली सूची के अनुसार अगर पार्टी चलती है तो यहां की तराना सीट से विधायक महेश परमार को कांग्रेस अपना प्रत्याशी बना सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी ने अपनी पहली सूची में 3 मौजूदा विधायकों को चुनावी मैदान में उतारा है. पिछले दिनों परमार ने खुद ही टिकट मिलने को लेकर दावा किया था. राजनीतिक जानकारों की माने तो इस सीट से टिकट के दावेदारों में सबसे आगे महेश परमार का नाम ही चल रहा है.
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की माने तो कांग्रेस मंगलवार को अपने 19 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर देगी.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
क्या रहा था उज्जैन का 2019 का रिजल्ट
BJP ने उज्जैन से एक बार फिर अनिल फिरोजिया को मौका दिया है. 2019 के चुनाव में फिरोजिया ने कांग्रेस के बाबूलाल मालवीय को 3 लाख 65 हजार 637 वोटों से करारी शिकस्त दी थी. अनिल फिरोजिया को 7,91,663 वोट मिले थे और बाबू लाल मालवीय को 4,26,026 वोट मिले, तो वहीं बीएसपी के सतीश परमार को 10,698 वोट से संतुष्ट होना पड़ा.
2014 में कांग्रेस का कैसा था प्रदर्शन?
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रो. चिंतामणि मालवीय ने कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू को मात दी थी. आपको बता दें प्रेमचंद गुड्डू ने 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस से बगावत कर दी थी. जिसके बाद वे निर्दलीय चुनावी मैदान में थे जहां उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था.
ADVERTISEMENT
2014 लोकसभा चुनाव में चिंतामणि को 6,41,101(63.08फीसदी) 63.08फीसदी) वोट मिले थे और प्रेमचंद को 3,31,438 (32.61 फीसदी) वोट मिले थे. दोनों के बीच जीत हार का अंतर 3,09,663 वोटों का था. वहीं बसपा उम्मीदवार रामप्रसाद .98 फीसदी वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे.
ADVERTISEMENT
10 साल से है उज्जैन सीट पर बीजेपी का कब्जा
इससे पहले 2009 के चुनाव में कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू को जीत मिली थी. उन्होंने बीजेपी के सत्यनारायण जटिया को हराया था. प्रेमचंद को 3,26,905 (48.97 97 फीसदी) वोट मिले थे तो वहीं सत्यनारायण को 3,11,064( 46.6 फीसदी वोट मिले थे. दोनों के बीच हार जीत का अंतर 15,841 वोटों का था. वहीं बसपा 1.38 फीसदी वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थी.
कितनी है उज्जैन लोकसभा सीट की आबादी?
2011 की जनगणना के मुताबिक, उज्जैन की जनसंख्या 22,90,606 है. यहां की 63.49 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्र और 36.51 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है. यहां पर अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या अच्छी खासी है. 26 फीसदी आबादी यहां की अनुसूचित जाति के लोगों की है और 2.3 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति की है.
7 चरणों में होगा देश भर में चुनाव
बता दें कि देश में 2024 का लोकसभा चुनाव 7 चरणों में पूरा होगा. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई, चौथे चरण चरण के लिए 13 मई, पांचवें चरण के लिए 20 मई, छठा चरण के लिए 25 मई और सातवें चरण के लिए 1 जून को मतदान होगा.
ADVERTISEMENT