Protest in Bhopal: सहकारिता समिति महासंघ के कर्मचारियों ने भोपाल में मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविन्द सिंह भदौरिया के बंगले का घेराव किया गया है. कर्मचारी वेतनमान सहित 4 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि मांगों को लेकर सरकार को कई सालों से पत्र लिखे जा रहे हैं, लेकिन सिर्फ मौखिक आश्वासन मिलता है. उन पर अमल नहीं किया जाता है. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती हैं. वे धरने पर डटे रहेंगे.
मामले को शांत कराने के लिए सहकारिता विभाग के अधिकारी कार्यकर्ताओं से बातचीत के लिए पहुंचे. उनका कहना है कि कार्यकर्ताओं की 4 में से 2 मांगे मान ली गई हैं. वेतन वृद्धि के सवाल पर कहा कि इसमें फूड डिपार्टमेंट भी जुड़ा है, विभाग से चर्चा के बाद फैसला किया जाएगा. कर्मचारी मांगों को नहीं माने जाने को लेकर नाराज हैं और सहकारिता मंत्री के बंगले के बाहर धरने पर बैठे हैं.
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वेतनवृद्धि समेत 4 मांगों पर अड़े कर्मचारी
कर्मचारी 4 प्रमुख मांगों का मुद्दा उठा रहे हैं. पहली मांग है कि सभी संस्था के कर्मचारियों का वेतनमान बढ़ाया जाए. लेखापाल से लेकर चौकीदार तक सभी के वेतनमानों में बढ़ोतरी हो. शासन की 2021 की रिपोर्ट लागू की जाए.दूसरी 60 परसेंट केंद्र भर्ती संशोधन आदेश. तीसरी 40 परसेंट डायरेक्ट भर्ती को रोका जाए और चौथी कोरोना काल में विक्रेताओं द्वारा ऑफलाइन वितरण किया गया, उसका रिकॉर्ड नहीं है, जिसकी जांच कर अधिकारियों द्वारा कार्रवाही की जाए. उन्होंने कहा कि जब तक चारों मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक धरना बंद नहीं करेंगे.
मांगें पूरी नहीं होने तक बैठेंगे धरने पर
धरना प्रदर्शन के दौरान सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ के लोगों ने नारे लगाए. उनका कहना है कि वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान पुलिस और प्रशासन की टीम भी मौजूद रही. कर्मचारियों की 2 मांगे मान ली गई हैं. वे चारों मांगों को पूरा कराने के लिए अड़े हैं. सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ का कहना है कि जब तक चारों मांगे पूरी नहीं होती हैं, वे धरने से नहीं हटेंगे.