एक और नए बाबा की एंट्री, हूबहू धीरेंद्र शास्त्री की तर्ज पर तथाकथित शिष्‍य ने लगाया दरबार

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Entry of another new baba, exactly on the lines of Dhirendra Shastri, the so-called disciple held court
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MP News: राजगढ़ जिले में खुद को बागेश्वर धाम के महंत पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का शिष्य बताने वाले हनुमतदास ने उन्हीं की तरह दरबार लगाया. उनका दावा है कि उनको दरबार लगाने की प्रेरणा और दीक्षा पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दी है. लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है, यह तो बागेश्वर धाम की ओर से बयान जारी होने पर ही पता चलेगा लेकिन फिलहाल राजगढ़ में हनुमतदास खुद को पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का शिष्य बताकर दरबार लगाते देखे जा सकते हैं.

राजगढ़ जिले में भी बाबा बागेश्वर धाम का दिब्य दरबार सज गया है.ये दरबार पं धीरेंद्र शास्त्री के तथाकथित शिष्य गुना जिले के राघोगढ़ में लगा रहे हैं. मंशा पूर्ण हनुमान मंदिर के बाबा हनुमंतदास सेनिल ने रविवार व सोमवार को अपना दरबार सजाया. बकायदा इस दरबार में बागेश्वर धाम सरकार की ही तरह भीड़ भाड़ भरे पांडाल में से नाम पुकार कर लोगों को बुलाते हुए उनका पर्चा बनाया व उनकी सभी समस्याए बताते हुए समस्याओं का निदान बताया.

इस दरबार में सैकड़ो की संख्या में महिला पुरूष और बच्चे मौजूद थे. बाबा हनुमतदास का दावा है कि वे पं. धीरेंद्र शास्त्री के शिष्य हैं. वे बोले अशोकनगर की कथा के दौरान गुरू जी ने कहा था कि तुम्हें गुरुदीक्षा लेनी चाहिए. तो वहीं पर मुलाकात के बाद काफी बातचीत की और फिर गुरुदीक्षा ले ली. उन्ही के सहयोग से दरबार चला रहा हूं.

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बागेश्वर धाम सरकार की हूबहू कॉपी
हनुमतदास बकायदा इस दरबार में बागेश्वर धाम सरकार की ही तरह भीड़ भाड़ भरे पांडाल में से नाम पुकार कर लोगों को बुलाते हुए उनका पर्चा बनाया व उनकी सभी समस्याएं बताते हुए समस्याओं का निदान बताते हैं. इस दरबार सैकड़ो की संख्या में महिला पुरूष और बच्चे शामिल हो रहे हैं. एक के बाद एक करते हुए कई लोगों के पर्चे हनुमतदास ने अपने दिव्य दरबार में बनाए हैं. हनुमतदास मंदिर में बने मंच पर गद्दी पर बैठते हैं. हनुमतदास ने बताया कि ये सब हनुमानजी महाराज की तरफ से ही प्रेरणा आती है. हमारे पास कोई दिव्य शक्ति नहीं है. जब ध्यान में बैठे होते हैं, तो हनुमानजी महाराज की प्रेरणा एवं भगवान श्रीराम का आशीर्वाद से हमे जो अनुभव मिलता है उसके जरिए हम पांडाल में से लोगों का नाम लेकर बुला लेते है. न कोई दिव्य शक्ति है न ही कोई दिव्य चीज है.

कौन हैं बाबा हनुमतदास
अब दिव्य दरबार लगाने वाले बाबा कौन हैं, इसको लेकर भी जो जानकारी सामने आई वह ये है कि जो बाबा हनुमानजी महाराज की दिव्य कृपा की बात बताते है उनका नाम हनुमंत दास सेनिल है. और वे गुना जिले के राघौगढ़ के निवासी है, जिनके परिवार में माता-पिता के अलावा दो भाई और 1 बहन है. पिता की प्राइवेट कंपनी में जॉब है. बाबा हनुमतदास से चर्चा में बताया कि उन्होने बीए तक की शिक्षा ग्रहण की है व बचपन से ही भगवान हनुमानजी की साधना करते हुए हनुमानजी की ही सेवा कर रहे है. भगवान हनुमानजी की ही कृपा से अपने राघौगढ़ में मंशापूर्ण हनुमान मंदिर पर दिव्य दरबार पिछले एक डेढ़ साल से लगा रहा हूं. राजगढ़ जिले में यह पहला ही मौका है जब यहां पर हनुमानजी की कृपा से दरबार लगाने की प्रेरणा मिली है.

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बागेश्वर धाम को दरबार की जानकारी नहीं
जब दरबार के बारे में पूछा गया कि आपके गुरू धीरेंद्र शास्त्री को पता है कि आप भी दरबार लगा रहे है. तो इस पर हनुमतदास ने उत्तर दिया कि अभी उन्हें नहीं पता कि मैं दिव्य दरबार लगा रहा हूं. हालांकि, अदृश्य रूप से प्रेरणा के जरिए उन्हें पता तो सब कुछ होता है. वे गुना में आ रहे हैं, शायद कृपा हो जाए. और ये दास धन्य हो जाए.

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रामगढ़ के लोगों को ऐसे हुई दिव्य दरबार की जानकारी
रामगढ़ के लोगों को जब मार्च में ग्रामीणों ने मंदिर परिसर में कथावाचक महेश शास्त्री और आकाश शास्त्री से कथा करवाई थी. उस समय ही कथावाचक महेश शास्त्री ने समिति को राघौगढ़ के हनुमतदास बाबा के बारे में बताया कि वे दिव्य दरबार लगाकर लोगों की समस्या को बताते हैं. इस पर ग्रामीणों ने उन्हें गांव आने का न्योता भिजवा दिया. उसके बाद हनुमंत दास का यहां आकर रविवार और सोमवार दो दिन दिब्य दरबार लगाया. इस संबंध में बागेश्वर धाम प्रबंधन की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नही आई हैं.

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