इंदौर में घोटालेबाज बाबू ने कर डाला बड़ा कारनामा, कोरोना की राहत राशि में भी कर दिया ‘खेल’
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Indore news: इंदौर में कलेक्टर कार्यालय सहायक वर्ग 3 के बाबू मिलाप चौहान द्वारा शासकीय प्राकृतिक आपदा व कोरोना की राशि के गबन मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. गौरतलब है कि 3 दिन पहले कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ बाबू मिलाप चौहान पर 1 करोड़ रुपए से अधिक की राशि हेरफेर करने का आरोप लगा था. जिसके बाद खूब हो हल्ला हुआ था. विरोध को देखते हुए कलेक्टर इलैयाराजा टी ने तुरंत पद से चौहान को निलंबित कर दिया था. वही फिलहाल निलंबित बाबू मिलाप चौहान पर जांच की जा रही है. प्रारंभिक पूछताछ में के बाबू ने तीन करोड़ रूपये से अधिक राशि का खुलासा हुआ है. हालांकि जांच के बाद यह राशि और भी बढ़ सकती है, फिलहाल कई पहलुओं पर मिलाप चौहान से पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक मिलाप चौहान 2015 में इंदौर कलेक्टर कार्यालय में सहायक वर्ग-3 के पद पर पदस्थ हुए थे. जहां 2020 से राहत राशि व कोरोना की शासकीय राशि में गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है. भोपाल से मिले निर्देश पर सहायक वर्ग-3 के बाबू की जांच की गई. जिसमें शुरुआत में एक करोड़ से अधिक की राशि का गबन सामने आया था.
वहीं चौथे दिन तक की जांच में 3 करोड़ से अधिक की राशि का गबन सामने आया है. कलेक्टर इलैयाराजा टी ने कहा कि यह राशि जांच में आगे और भी बढ़ सकती है.
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कलेक्टर बोले जांच में कई और खुलासे हो सकते हैं
कलेक्टर बोले अरोपी बाबू ने तीन साल में 3 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का घोटाला किया है. हम जांच कर रहे हैं. इसके लिए एक टीम भी बनाई है. जल्दी अरोपी पर एफआईआर दर्ज होगी. उसे निलंबित कर दिया गया है. बाबू ने पूरा गबन कोविड के समय किया है अभी आगे और खुलासे होंगे. अभी इस पूरे जांच की फाइनल रिपोर्ट आना बाकी है, और ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि राशि का आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है. फिलहाल जांच टीम आरोपी बाबू मिलाप चौहान की 2015 से अब तक की कार्यो की जांच कर रही है. मिलाप चौहान द्वारा पत्नी मनीषा परिजन व खुद के अकाउंट से पैसा ट्रांसफर करना कबूल किया है, कलेक्टर इलैयाराजा ने कहा कि फिलहाल मिलाप चौहान के अन्य खातों की भी जांच की जा रही है.
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