Khandwa News: खण्डवा के शासकीय जिला मुख्य चिकित्सालय में आज सुबह एक अज़ीबोग़रीब घटना हुई है. अस्पताल की तीसरी मंजिल पर सोए एक युवक पर अचानक मधुमक्खियों ने हमला किया तो वह हड़बड़ाकर तीसरी मंज़िल से नीचे कूद गया. सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए जांच के आदेश दिए है और मधुमक्खी के छत्ते भी हटाने की बात कही है. इधर मेडिकल कॉलेज के डीन ने रात के सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद इसे मधुमक्खी के हमले से साफ इंकार किया है. रात में मृतक और परिजनों के बीच विवाद के विजुअल्स सामने आये हैं, जिसके आधार पर इसमें आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है. बहरहाल पूरा मामला संदिग्ध हो गया है.
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जानकारी के मुताबिक खण्डवा के शासकीय जिला मुख्य चिकित्सालय में आज सुबह करीब चार बजे यह त्रासद घटना हुई है. खंडवा जिले के रामपुरा गांव का रहने वाला सचिन अपनी गर्भवती पत्नी की डिलीवरी के लिए यहां आया था. कल ही उसकी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया. रात में युवक अस्पताल की तीसरी मंज़िल के बरामदे में ही सोया हुआ था. तभी सुबह साढ़े तीन-चार बजे के बीच अचानक उसे कुछ काटा तो वह उठ गया. उसने मधुमक्खी के हमले से घबराकर अचानक तीसरी मंजिल से नीचे छलांग लगा दी. उसकी मौके पर ही मौत हो गयी.
इस घटना से परिजन व्यथित है. तो पत्नी का रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है. उन्होंने युवक की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन की लापरवाहियों को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में मधुमक्खी के छत्ते यदि समय पर हटा दिए जाते तो यह हादसा नहीं होता.
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परिजन बोले घबराहट में कूंदा युवक
परिजनों ने बात करते हुए बताया कि कल हम अपनी बेटी की डिलीवरी के लिए अस्पताल आए हुए थे. साथ में हमारे जंवाई भी थे, सुबह ही सकुशल डिलीवरी भी हो गई थी. रात में मधुमक्खी ने वार्ड में हमला कर दिया तो मेरे जंवाई समेत पूरी पब्लिक भागी. हमारा जंवाई घबराहट में तीसरी मंजिल से नीचे झलांक लगा दी. जिससे उसकी मृत्यु हो गई.
हादसा या आत्महत्या के बीच उलझा मामला
जिला अस्पताल में इस बिल्डिंग का निर्माण नया है. इसीलिए जगह जगह पर मधुमक्खी ने छत्ते बना लिए हैं. इन्हे हटाने को लेकर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी जिसके चलते यह हादसा हुआ. अब इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अस्पताल प्रबंधन मामले की जांच करने ऑर्डर सभी मधुमक्खियों के छत्ते हटाने की बात कर रहा है. हालांकि इस मामले में अस्पताल के ही कुछ डॉक्टर्स ने इसे दुर्घटना के बजाय आत्महत्या का मामला बताया है, और इसके पीछे कल परिवार में हुआ विवाद भी बताया जा रहा है. एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि मधुमक्खी के हमले से किसी और के घायल होने की कोई जानकारी सामने नहीं आयी है. मामला संदिग्ध है लेकिन परिजन इसे दुर्घटना ही बता रहे है.
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अस्पताल परिसर से मधुमक्खी के छत्ते हटाने के आदेश
जिला चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि हम इसे अनहोनी कह सकते है. मधुमक्खी का छत्ता वहां था और यह युवक पता नहीं कैसे पहुंचा? मधुमक्खियों ने क्यों अचानक हमला किया. इस बारे में कहना मुश्किल है. इस सम्बन्ध में यही कहा जा सकता है कि अस्पताल प्रशासन जहां भी ऐसे मधुमक्खी के छत्ते हैं वहां की साफ़ सफाई सुनिश्चित करे. यह घटना क्यों हुई इसकी जांच के आदेश दिए हैं.
सीसीटीवी फुटेज में अलग दिख रहा मामला
सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनंत पंवार ने स्पष्ट कहा कि यह मधुमक्खी के हमले का मामला नहीं है, बल्कि पारिवरिक विवाद के चलते यह घटना हुई है. उन्होंने बताया कि इस प्रकरण की जांच के लिए हमने एक जांच कमेटी बनाई हुई है. वह जांच कर रही है और पुलिस भी जांच कर रही है. फिर भी हमने प्राथमिक तथ्यों की जांच के लिए जो सीसीटीवी फुटेज देखे हैं.
डॉक्टर्स बोले पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतेजार
उसमे कुछ लोग सोये हुए थे. मृतक और उसके परिजन पांच छह लोग उसे पकड़ते दिखाई दे रहे हैं. मृतक पांच छह बार भागते हुए दिखा है. उसे परिजनो ने जबरदस्ती पकड़ रखा है. उनमे हाथा पाई भी दिखाई दे रही है. इसलिए इसमें जांच के बाद ही समझ आयेगा लेकिन प्रथम दृष्टि में इसमें मधुमक्खी वाला मामला दिखाई नहीं दे रहा है. क्योंकि बाकि लोग सोए हुए दिखाई दे रहे हैण् पोस्टमार्टम में सभी तथ्य बाहर आएंगे.
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