jabalpur news: जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल के 14 नंबर बार्ड में आग लग गई. ड्यूटी में तैनात डॉक्टरों की लापरवाही से अचानक आग लग गई. देखते ही देखते पूरे वार्ड में धुआं उठने लगा. घटना की जानकारी लगते ही सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे और वार्ड में भर्ती मरीजों को बाहर करते हुए आग पर काबू पा लिया. वहीं घटना की जानकारी लगते ही आधा दर्जन से ज्यादा दमकल के वाहन मेडिकल कॉलेज पहुँचे.
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आग की घटना के बाद अस्पातल में काफी समय तक भगदड़ की स्थिति बनी रही. हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने आग पर काबू पाते हुए मरीजों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. बताया जा रहा है कि मेडिकल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के तीसरी मंजिल के 14 नंबर वार्ड में सर्जरी वार्ड है. जहां पर सभी प्रकार के मरीज भर्ती किए जाते है.
लेकिन आज देर शाम करीब साढ़े 6 बजे अचानक आग लग गई. 14 नंबर बार्ड में डॉक्टर रूम में पानी गर्म करने वाली रॉड से पानी गर्म कर रहे थे. इसी बीच ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने पानी गर्म करने वाली रॉड का स्विच बंद किए बगैर रॉड बेड पर ही छोड़ दी. रॉड गर्म होने के कारण बेड के गद्दों ने अचानक आग पकड़ ली. देखते ही देखते आग चारों तरफ फैलने लगी. चारों तरफ धुआं ही धुआं हो गया.
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आग लगते ही मच गई अफरा-तफरी
इससे पहले कि मरीज एवं उनके परिजन कुछ समझ पाते कि पूरे कमरे में अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया. चारों तरफ चीख-पुकार मच गई. चीख पुकार सुनते ही अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते करीब 50 से ज्यादा मरीजो को सकुशल बाहर निकालते हुए आग पर काबू पा लिया. बहरहाल पूरे मामले में मेडिकल अस्पताल प्रबंधन ने घटना के बारे में कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है. प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो ड्यूटी में तैनात डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ये आगजनी की घटना हुई. सौभाग्य से मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया तो कोई बड़ी दुर्घटना होने से बच गई.
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