Ujjain: महाकाल के गर्भगृह में आग से झुलसे सेवक ने मुंबई में तोड़ा दम, होली के दिन हुआ था दर्दनाक हादसा

संदीप कुलश्रेष्ठ

10 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 10 2024 10:15 AM)

महाकाल मंदिर में होली के दिन भस्म आरती के दौरान लगी आग से करीब 15 लोग घायल हो गए थे. जिनमें मंदिर के पुजारी कर्मचारी और सफाईकर्मी शामिल थे. जिनमें से कुछ लोगों की हालत गंभीर होने के कारण इंदौर अस्पताल में भर्ती कराया गया था,

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Mahakal Mandir News: महाकाल मंदिर में होली के दिन भस्म आरती के दौरान लगी आग से करीब 15 लोग घायल हो गए थे. जिनमें मंदिर के पुजारी कर्मचारी और सफाईकर्मी शामिल थे. जिनमें से कुछ लोगों की हालत गंभीर होने के कारण इंदौर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तो वहीं एक सेवादार सत्यनारायण सोनी की हालात नाजुक होने के कारण पहले इंदौर और बाद में मुंबई रैफर किया गया था. हादसे के करीब 15 दिन बाद सेवा सत्यनारायण सोनी की आज मौत हो गई है. 

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जानकारी के मुताबिक महाकाल मंदिर में होली के दिन केमिकल वाले गुलाल से लगी आग लगी थी, जिसमें सत्यनारायण सोनी जिनकी उम्र 79 साल को गंभीर रूप से झुलस गए थे. उन्हें पहले इन्हें इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, इसके बाद यहां से मुंबई भेजा गया था. जहां आज उनकी मौत हो गई है. आपको बता दें उज्जैन के महाकाल मंदिर में 25 मार्च होली के दिन सुबह भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में गुलाल उड़ाने से आग लग गई थी, जिसमें पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए थे. जिनमें घायलों में 9 को इंदौर रेफर किया गया था.

केमिकल भरी गुलाल के कारण हुआ था हादसा

हादसे के बाद पूरे मामले की जांच प्रशासन द्वारा की गई थी, जिसमें पाया गया कि लगने का कारण केमिकल वाला गुलाल था. इसी गुलाल के फेंकने के कारण आग तेजी से भड़क गई थी. जिसके बाद कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे. जांच की जिम्मेदारी अपर कलेक्टर मृणाल मीणा और ADM अनुकूल जैन को सौंपी थी. इसके बाद तय किया गया था कि मंदिर के अंदर अब भक्त गुलाल नहीं ले जा सकेंगे. मंदिर के लिए अलग से गुलाल मंगाई जाएगी. किसी को भी गुलाल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं मिलेगी.  हादसे के कारण रंगपंचमी के दिन महाकाल मंदिर में केवल एक लोटा केसर का जल चढ़ाया गया था. 

घायलों के उपचार के लिए एक-एक लाख रुपए

भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे. आग लगने की घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए. घायलों के  उपचार के लिए एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया था. 

PM मोदी ने मुख्यमंत्री से ली थी घटना की जानकारी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से दूरभाष पर चर्चा कर उज्जैन में हुए हादसे के के संबंध में जानकारी प्राप्त की थी. मुख्यमंत्री ने PM को बताया कि भगवान महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुए हादसे से प्रभावित घायल लोगों का इलाज इंदौर और उज्जैन में चल रहा है. उन्होंने दोनों नगरों में जाकर घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की है. घायल लोगों के बेहतर उपचार पर ध्यान दिया जा रहा है. घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने भगवान  भगवान महाकाल से सभी घायल व्यक्तियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.   

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