मध्यप्रदेश का मुरैना जिला चंबल का वो इलाका है, जहां पर माफियाओं और अपराधियों को पुलिस का खौफ नहीं है. यह बात हम नहीं बल्कि वो घटना कह रही है जो शनिवार को मुरैना में घटी है. यहां पर दिनदहाड़े रेत माफियाओं ने पुलिस जवानों को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की. इस घटना ने 11 साल पहले मुरैना में ही हुई आईपीएस नरेंद्र तेवतिया हत्याकांड की याद दिला दी. उन्हें भी रेत माफिया ने कार्रवाई के दौरान ट्रैक्टर से कुचल दिया था. चंबल में रेत माफियाओं का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. मुरैना में रेत माफियाओं ने पुलिसकर्मियों को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की. गनीमत यह रही कि पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए. हालांकि पुलिस कर्मियों ने हिम्मत दिखाते हुए रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली समेत तीन रेत माफियाओं को पकड़ लिया. पूरी खबर के लिए देखें ये वीडियो.
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मध्यप्रदेश का मुरैना जिला चंबल का वो इलाका है, जहां पर माफियाओं और अपराधियों को पुलिस का खौफ नहीं है. यह बात हम नहीं बल्कि वो घटना कह रही है जो शनिवार को मुरैना में घटी है. यहां पर दिनदहाड़े रेत माफियाओं ने पुलिस जवानों को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की. इस घटना ने 11 साल पहले मुरैना में ही हुई आईपीएस नरेंद्र तेवतिया हत्याकांड की याद दिला दी. उन्हें भी रेत माफिया ने कार्रवाई के दौरान ट्रैक्टर से कुचल दिया था. चंबल में रेत माफियाओं का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. मुरैना में रेत माफियाओं ने पुलिसकर्मियों को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की. गनीमत यह रही कि पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए. हालांकि पुलिस कर्मियों ने हिम्मत दिखाते हुए रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली समेत तीन रेत माफियाओं को पकड़ लिया. पूरी खबर के लिए देखें ये वीडियो.
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