प्रवीण पाठक के ग्वालियर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी बनते ही उनके भाई के खिलाफ जारी हो गया गिरफ्तारी वारंट, कारण हैरान करने वाला

सर्वेश पुरोहित

06 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 6 2024 1:18 PM)

कांग्रेस ने शनिवार को प्रवीण पाठक को ग्वालियर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है. इस घोषणा के होते ही उनके भाई के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी करा दिया है.

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Gwalior Lok Sabha Seat: ग्वालियर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने शनिवार को अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया. प्रवीण पाठक को ग्वालियर सीट पर कांग्रेस ने अपना कैंडिडेट घोषित किया है. लेकिन इस घोषणा के साथ ही प्रवीण पाठक के लिए एक बड़ी मुसीबत भी सामने आ गई है. इधर कांग्रेस कैंडिडेट प्रवीण पाठक के नाम का ऐलान होता है तो वहीं दूसरी तरफ उनके भाई प्रशांत पाठक के खिलाफ पुलिस एक पुराने प्रकरण में कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी करा लाती है.

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एक दिन पहले ही खजुराहो सीट पर कांग्रेस समर्थित सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन खारिज कर दिया गया था और इसे लेकर बड़ा हंगामा पूरे विपक्ष ने खड़ा किया था और अब ग्वालियर के कांग्रेस प्रत्याशी के नाम का ऐलान होते ही उनके भाई के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के जारी हो जाने से एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है.

कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रवीण पाठक के भाई प्रशांत पाठक के खिलाफ न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है. पुलिस थाना माधवगंज में प्रशांत व अन्य के खिलाप डकैती सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में अग्रिम जमानत लगाई गई थी लेकिन वह नहीं हुई. यह प्रकरण 17 नवंबर 2023 को विधानसभा चुनाव के समय दर्ज हुआ था.

प्रवीण पाठक कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं

ग्वालियर से प्रवीण पाठक को उम्मीदवार बनाया गया है. वे सुरेश पचौरी के करीबी माने जाते हैं. सुरेश पचौरी अब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. प्रवीण पाठक विधायक रह चुके हैं. कांग्रेस ने 2023 के विधानसभा चुनाव में ग्वालियर दक्षिण से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया था, हालांकि उन्हें बीजेपी प्रत्याशी नारायण सिंह कुशवाहा से हार का सामना करना पड़ा था. नारायण सिंह कुशवाहा अब मोहन यादव कैबिनेट में मंत्री हैं. प्रवीण पाठक ने बहुत कम समय में तेजी से ग्वालियर क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल की है. वे युवा नेता हैं और अक्सर बीजेपी के खिलाफ कई आंदोलनों को लीड कर चुके हैं.

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