INDORE Loksabha Seat: मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही इंदौर की राजनीति गर्माई हुई है. एक तरफ जहां कांग्रेस के डमी कैंडिडेट ने सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी नोटा दबाने को लेकर प्रचार प्रसार करती नजर आ रही है. इसी बीच बीजेपी अपनी जीत के मार्जन को 8 लाख 11 लाख वोटों से जीतने का दावा कर रही है.
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इंदौर से सब्स्टीट्यूट कैंडिडेट और कांग्रेस नेता मोती सिंह पटेल ने अक्षय कांति बम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर की है. माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में SC में सुनवाई होगी क्योंकि 13 मई को इंदौर सीट पर मतदान होना है.
अक्षय कांति बम के खिलाफ याचिका दायर
मोती पटेल ने बताया कि "चूंकि इंदौर में 13 मई को मतदान होना है, इसके पूर्व ही मामले की सुनवाई कर ली जाए. इससे पहले इंदौर हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की थी, वहां से हमें चुनाव याचिका दायर करने की सलाह मिलने के चलते चुनाव में उक्त याचिका दायर नहीं हो सकती और हमारी मांग मौजूदा चुनाव में ही अपनी हिस्सेदारी की है, पटेल की इसके पहले 30 अप्रैल को सिंगल बैंच और 4 मई को डबल बैंच में याचिका खारिज हो चुकी है. जिसके बाद उन्होंने अगला कदम सुप्रीम कोर्ट की ओर बढ़ाया है.
बीजेपी में शामिल हो गए थे कांग्रेस प्रत्याशी
अक्षय कांति बम इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी थे. 29 अप्रैल को उन्होंने चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया और बाद में BJP में शामिल हो गए. अक्षय अपनी कांग्रेस छोड़ने की वजह कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की निष्क्रियता और उदासीनता की वजह से उन्होंने अपना नाम वापस लिया.
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