Madhya Pradesh News: इंदौर में नाइट कल्चर को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि नाइट कल्चर के नाम पर युवा पीढ़ी नशाखोरी कर रही है. सोमवार को कैलाश विजयवर्गीय ने आपदा प्रबंधन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान मंत्री तुलसीराम सिलावट समेत कई भाजपा नेता मौजूद ते. कैलाश विजयवर्गीय ने शहर के अलग अलग मुद्दों को लेकर चर्चा की. इससे पहले हनुमान जयंती के मौके पर नाइट कल्चर पर सवाल उठाते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने महिलाओं के पहनावे पर टिप्पणी की थी. जिस पर काफी बवाल मचा था.
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रेसीडेंसी कोठी में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आपदा प्रबंधन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें खासतौर पर पटेल नगर में हुए बावड़ी हादसे के बाद आपदा प्रबंधन को लेकर नए सिरे से टीम बनाने की बात कही गई है. इसके अलावा शहर में फायर ब्रिगेड स्टेशन को और बढ़ाने के लिए कहा गया है. बैठक में फायर सेफ्टी और हाई राइज़ बिल्डिंगों को लेकर भी चर्चा की गई. साथ ही ये फैसला किया गया कि अब हर 15 दिन में आपदा प्रबंधन को लेकर समीक्षा बैठक की जाएगी.
नाइट कल्चर पर खड़े किए सवाल
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा-
नाइट कल्चर पर एक बार फिर मूल्यांकन करने की आवश्यकता है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं नशे का घोर विरोधी हूं. इन सब चीजों से असहमत हूं. उन्होंने कहा है कि नशे पर रोक लगाना पुलिस का काम है. इसको लेकर पुलिस कमिश्नर से भी बात हुई है और इस पर पुलिस भी प्लान बना रही है. जल्द ही शहर में इसका परिणाम भी देखने को मिलेगा.
नाइट कल्चर के नाम पर नशाखोरी कर रहे
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “हमारे शहर में नाइट कल्चर काफी पहले से है, लेकिन वह संस्कारी नाइट कल्चर है. इंदौर में सराफा बाजार आज से नहीं, बल्कि जब हम बच्चे थे तब से है. तब रात 1:00 बजे वहां रबड़ी खाते थे, वह पहला नाइट कल्चर इंदौर का था जो देश में कहीं नहीं था. आज का नाइट कल्चर कहीं ना कहीं नौजवानों को संक्रमित कर रहा है, क्योंकि आज नौजवान नाइट कल्चर के नाम पर नशाखोरी कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि यह सभी चीज कंट्रोल होना चाहिए. प्रशासन इस पूरे विषय पर रिपोर्ट दे, इसका आग्रह भी किया है.”
इससे पहले इंदौर के नाइट कल्चर को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने कहा था कि देर रात सड़कों पर हो रहीं घटनाएं विचारणीय, ठोस निर्णय लिया जाए. शहर में जहां वर्षों से सराफा चौपाटी इंदौर की रात को सुहाना बना रही है, वहीं बीआरटीएस के आसपास हो रहीं नशे और युवाओं के बीच मारपीट की घटनाएं सवाल खड़े कर रही.
क्या है इंदौर का नाइट कल्चर?
सबसे स्वच्छ शहर के रूप में दुनिया में प्रसिद्ध हो चुके इंदौर को रात में जागने वाला शहर माना जाता है. यहां पर रात को सराफा की चौपाटी, 56 दुकानें और राजबाड़ा क्षेत्र रात को भी गुलजार रहता है, सराफा की पहचान तो दुनियाभर में है, यहां की दुकानें रात को ही गुलजार होती हैं और फिर यहां पर जुटती है खाने-पीने के शौकीनों की भीड़.
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