MP NEWS: शाहरूख खान की मूवी पठान का बुधवार को मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों में हिंदू संगठनों ने खूब विरोध किया. दिनभर चले ड्रामे के बाद शाम को मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि” मुझे लगता है कि अब शाहरूख की मूवी पठान का विरोध करना बंद कर देना चाहिए, क्योंकि सेंसर बोर्ड ने फिल्म में जरूरी सुधार करवा दिए हैं. आपत्तिजनक अंशों को हटा लिया गया है. ऐसे में मुझे लगता है कि अब इस फिल्म का विरोध करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता. विरोध करने वाले संगठनों और लोगों को समझाएंगे.”
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शाहरुख खान की फिल्म “पठान” 25 जनवरी को देशभर में रिलीज की गई. लेकिन मध्यप्रदेश के इंदौर, ग्वालियर, भोपाल, छिंदवाड़ा, सीहोर, सिवनी, आदि कई जिलों में फिल्म का विरोध किया गया और हिंदू संगठनों ने अलग-अलग जिलों में फिल्म के प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की. ज्यादातर जिलों में फिल्म का सुबह 9 बजे का शो कैंसिल करना पड़ा. हिंदू संगठनों ने थिएटरों के टिकट विंडो पर कब्जा कर लिया और टिकटों की बिक्री नहीं होने दी थी. कई शहरों में तो हिंदू संगठनों ने सिनेमाघरों के बाहर ही हनुमान चालीसा का पाठ कर फिल्म को रिलीज होने से रोकने के प्रयास किए थे.
इंदौर में लाठी-डंडो से लैस होकर थिएटर के बाहर पहुंच गए थे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता
विरोध की शुरूआत इंदौर की सपना संगीता टॉकिज से हुई. यहां पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता हाथों में लाठी-डंडे लेकर टिकट विंडो पर खड़े हो गए और टिकट की बिक्री पर रोक लगा दी.यहीं से नाराज कार्यकर्ताओं ने फिल्म को नहीं चलने देने की घोषणा भी की. हालांकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल बड़ी संख्या में तैनात था. पुलिस अधिकारियों का कहना था कि किसी तरह के लॉ एंड ऑर्डर को बिगड़ने से बचाने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है.
मध्यप्रदेश के कई शहरों में हुआ विरोध
शाहरूख की इस फिल्म का विरोध मध्यप्रदेश कई अन्य शहरों में भी हुआ. ग्वालियर, जबलपुर, सिवनी, भोपाल आदि शहरों में भी हिंदू संगठनों द्वारा फिल्म के प्रति अपना विरोध जताया गया है. हालांकि जबलपुर में यह फिल्म अपने तय शिड्यूल के हिसाब से ही सिनेमाघरों में रिलीज हुई और फैंस फिल्म को देखने सिनेमाघरों में पहुंचे थे. लेकिन अन्य जिलों में दिनभर फिल्म की रिलीज रोकने को लेकर अलग-अलग हिंदू संगठन विरोध करते रहे.
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