MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यूथ पंचायत में युवाओं के लिए बड़ी घोषणाएं कर डाली. सीएम ने कहा- ‘बेरोजगारी भत्ता कुछ राजनीति दलों की बेईमानी है. चिड़िया अपने बच्चों को हौंसला नहीं देती पंख देती है. मध्यप्रदेश सरकार जितने भी बेरोजगार बेटी-बेटी हैं, 12वीं के बाद व इसके अलावा भी जिन्हें लगता है कुछ तो सहारा मिल जाये. उनके लिए मैं योजना की घोषणा कर रहा हूं मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना.
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सीएम ने कहा- “हमने यह तय किया है कि अलग-अलग उद्योग में, सर्विस सेक्टर में, चार्टेड अकाउंटेड, ट्रेड, इंडस्ट्री, तकनीकि सेक्टर में हम युवाओं को ट्रेनिंग दिलाने का काम करेंगे, और ट्रेनिंग के दौरान उन्हें 8 हजार रुपए महीना दिया जाएगा. इनके इंजीनियरिंग, मेनेजमेंट, अस्पताल, अस्पताल, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, चार्टेड अकाउंटेड, मीडिय-कला, कानून-विधि के क्षेत्र में.”
बेरोजगारी भत्ते से काम नहीं चलता हम एक पोर्टल बनाएंगे, हम बच्चों को वो सिखाएंगे जिसकी इंडस्ट्री को जरूरत होगी. जब वो सिखाएंगे तो हम कम से कम 8000 रुपए तो देंगे, कंपनी अलग से पैसा देगी. 8000 रुपए मिलेंगे लेकिन यह काम सीखने के मिलेंगे, हमारी कोशिश होगी कि उसे वहीं या अन्य जगह नौकरी मिल जाये, जिससे उसे भठकना न पड़े.
एक जून से करेंगे पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन
1 जून से हम इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू कर देंगे. हम उन संस्थानों का नाम भी डालेंगे जिन्हें जॉब देना है. सरकार और कंपनी के पैसे से इतनी तो व्यवस्था हो जाएगी कि वो अपना काम चला सकेगा. बाद में उसे परमानेंट जॉब मिल जाएगी. इसमें कोई सीमा नहीं है, हमने इस बजट में 1 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. 1 लाख को देना पड़े तो एक लाख को दूंगा, दो या तीन लाख को भी देना पड़े तो उनको भी यह 8000 रुपए देंगे.
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सीएम ने कहा- हम खैरात नहीं चाहते, हम काम करके कमाएंगे. यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है. जो हम मध्यप्रदेश की धरती पर करेंगे. मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना हम बना रहे हैं. लर्न एंड अर्न के अंतर्गत युवाओं को 8000 रुपए कम से कम दिए जायेंगे. इसके लिए 1 जून से रजिस्ट्रेशन और 1 जुलाई से पैसा मिलना शुरू हो जाएगा.
अलग साल से आएगा युवा बजट
युवा आयोग का पुनर्गठन किया जाएगा. 5 अप्रैल तक कर दिया जाएगा, जो युवाओं की समस्या सुनेगा. अगले साल जो बजट आएगा उसमें युवा बजट अलग से आएगा. इस साल खेल विभाग का 750 करोड़ रुपये का बजट है. मध्यप्रदेश में खेली एमपी यूथ गेम आयोजित किये जाएंगे. योग की शिक्षा शुरू करेंगे, हर गांव में खेल का मैदान बनाया जाएगा. मुझे लगता है कि हम कई भाषाएं सीखकर नौकरी पा सकते हैं. यदि बच्चे अलग-अलग भाषाएं सीखना चाहते हैं तो उसकी भी व्यवस्था करेंगे. इंक्यूबेशन सेंटर खोले जाएंगे. 1000 करोड़ की लागत से स्टूडेंट इनोवेशन फंड बनाया जाएगा. कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, मध्यप्रदेश के साथ चलेंगे.
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