कांग्रेस को लगेगा एक और झटका, BJP ने कर ली तैयारी! सिंधिया लगाएंगे दिग्विजय के गढ़ में सेंध
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Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के परिजनों ने भी अब कांग्रेस को अलविदा कहना शुरू कर दिया है. दिग्विजय सिंह के पारिवारिक व गढ़ा राजपरिवार के सदस्य सुमेर सिंह की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मुलाकात करते नजर आ रहे हैं. तस्वीर में सुमेर सिंह के पुत्र धनंजय सिंह भी साथ खड़े हुए हैं. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस को एक बार फिर से बड़ा झटका लगने वाला है.
इसे ज्योतिरादित्य सिंधिया की दिग्विजय सिंह की घेराबंदी करने की शुरुआत माना जा रहा है. सिंधिया लोकसभा चुनाव से पहले किले में सेंधमारी करने जा रहे हैं. दिग्विजय सिंह के परिजन सुमेर सिंह गढ़ा को बीजेपी में शामिल कराने की कवायद की है. तस्वीर सिंधिया के दिल्ली स्थित निवास की है जहां सुमेर सिंह के साथ ज्योतिरादित्य की मुलाकात हुई है. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह की घेराबंदी करना शुरू कर दी है.
बता दिया कब लेंगे बीजेपी की सदस्यता?
दिग्विजय सिंह के पारिवारिक सदस्य व गढ़ा राजपरिवार के राजा सुमेर सिंह पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं. दिग्विजय सिंह के शासनकाल में पीएससी के सदस्य रहे सुमेर सिंह को-ऑपरेटिव बैंक के भी चेयरमैन हैं. सुमेर सिंह गढ़ा ने MP Tak से खास चर्चा में बताया कि कांग्रेस ने जिस तरह से राम मंदिर मुद्दे पर अपना पक्ष रखा वो बेहद शर्मनाक था. भगवान राम हमारे आराध्य हैं लेकिन कांग्रेस ने हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. जिससे व्यथित होकर कांग्रेस को अलविदा कहने का समय आ गया है. 7 फरवरी को गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष बीजेपी की सदस्यता लूंगा.
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हालांकि गढ़ा राजपरिवार के सुमेर सिंह की नाराजगी का कारण बमोरी विधानसभा का टिकिट भी है, जिसे उनके स्थान पर ऋषि अग्रवाल को दिया गया था. दूसरी ओर गढ़ा को-ऑपरेटिव बैंक की वित्तीय स्थिति भी चिंताजनक है, बैंक को खाताधारकों के 13-14 करोड़ रुपये चुकाने हैं.
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हमेशा दिग्विजय सिंह के साथ रहे हैं सुमेर सिंह!
सुमेर सिंह गढ़ा की बीजेपी में ज्वॉइनिंग से कांग्रेस खासकर दिग्विजय सिंह को बड़ा धक्का लगा है. दिग्विजय सिंह ने जबसे राजनीति शुरू की है. तभी से सुमेर सिंह गढ़ा ने कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दिया है. लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जुगलबंदी में दरार डालते हुए मास्टरस्ट्रोक खेल दिया है. कई दिनों से अटकलें लगाई जा रहीं थी कि सुमेर सिंह बीजेपी में शामिल होंगे आखिरकार उन अटकलों पर विराम लग गया.
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इससे पहले दिग्विजय सिंह के करीबी हिरेन्द्र सिंह बंटी बना भी सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे और राघोगढ़ सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़े थे. हालांकि जयवर्द्धन सिंह ने हिरेन्द्र सिंह को चुनाव हरा दिया था. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस के कई नेता पार्टी के संपर्क में हैं. वहीं कांग्रेस का कहना है कि किसी के आने जाने से पार्टी को फर्क नहीं पड़ता.
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कौन हैं सुमेर सिंह?
दिग्विजय सिंह के पारिवारिक सदस्य व गढ़ा राजपरिवार के राजा सुमेर सिंह पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं. दिग्विजय सिंह के शासनकाल में पीएससी के सदस्य रहे सुमेर सिंह को-ऑपरेटिव बैंक के भी चेयरमैन हैं. बमोरी विधानसभा सीट से टिकट न मिलने से नाराज थे सुमेर सिंह. गढ़ा को-ऑपरेटिव बैंक के डायरेक्टर हैं सुमेर सिंह. फर्जीवाड़े के आरोप में बैंक पर ताला लग गया है. पूर्व में पीएससी के सदस्य भी रहे हैं सुमेर सिंह.
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