PM मोदी और CM शिवराज की छवि को भुनाने की रणनीति तैयार, BJP ने लिया ये बड़ा फैसला
ADVERTISEMENT
Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सीएम फेस कौन होगा?. इसे लेकर बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने अब रणनीति तय कर दी है. बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान की छवि और काम के आधार पर चुनाव लड़ेगी. केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े सूत्रों ने इसकी पुष्टि कर दी है. इसी के साथ बीजेपी के अंदर सीएम फेस को लेकर उठने वाले तमाम सवाल अब थम जाएंगे. स्पष्ट है कि बीजेपी विधानसभा चुनावों में सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी.
केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जल्द ही मध्यप्रदेश में मंत्रीमंडल का भी विस्तार होगा. मंत्रीमंडल के विस्तार के साथ ही बीजेपी के अंदर जो नेता असंतुष्ट चल रहे हैं, उनको साधने की कवायद की जाएगी. सिंधिया गुट के बीजेपी में आ जाने के कारण बीजेपी के कई नेता अंदर ही अंदर नाराज चल रहे थे. मंत्रीमंडल विस्तार के जरिए उनको एडजस्ट किया जाएगा.
वहीं दूसरी और बीजेपी की केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार के फायदे बताने के लिए 65 हजार बूथ समितियों में से 62 हजार बूथ समितियों का डिजीटल सत्यापन किया गया है. पूरे देश में बीजेपी की मध्यप्रदेश इकाई ने यह काम सबसे पहले किया है. हर बूथ समिति पर पिछले दो विधानसभा चुनाव और दो लोकसभा चुनावों के परिणामों का विश्लेषण भी कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा. उसी बूथ पर राज्य तथा केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों की सूची भी दी गई है, जिससे कार्यकर्ता उन लाभार्थियों से सीधा संपर्क कर सकेंगे. हर बूथ समिति को उस बूथ पर प्रभावी व्यक्तियों की पहचान करने और उनसे संपर्क करने को कहा गया है जो मतदाताओं पर असर डाल सकेंगे. इस दौरान कृषि और सड़क क्षेत्र में उपलब्धियों को प्रमुखता से गिनाया जाएगा.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
MP के कृषि मंत्री बोले, ‘BJP का CM फेस कमल का फूल और PM नरेंद्र मोदी हैं’
कई मौजूदा विधायकों के कट सकते हैं टिकट, हिंदुत्व और विकास रहेगा मुद्दा
केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि मध्यप्रदेश में कई मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं. सभी बीजेपी विधायकों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जा रहा है. इसी के साथ तय हुआ है कि नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट नहीं दिया जाएगा. गुटबाजी खत्म करने पर जोर रहेगा. टिकट बंटवारे में सिर्फ़ और सिर्फ़ जीतने की क्षमता महत्वपूर्ण पैमाना होगा. कांग्रेस से कई मौजूदा विधायकों को भी पार्टी में शामिल कराने के लिए भी पार्टी ने ख़ास रणनीति बनाई है. वहीं विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश बीजेपी पूरी तरह से विकास कार्यों और हिंदुत्व के एजेंडे पर चुनाव लड़ेगी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT