Satna News: सतना जिले के भाद गांव में बीएसएफ जवान की सुसाइड की खबर से मातम छा गया. बीएसएफ में पदस्थ जवान अतुल सिंह की गोली लगने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक असम राइफल्स की 31वीं बटालियन के जवान अतुल सिंह ने सुसाइड किया है. लेकिन उनकी गर्दन के पीछे गोली का निशान देखकर कई लोग भड़क गए. अतुल की एनएसजी कमांडो पत्नी ने इस पर सवाल खड़े किए. गांव वालों ने इस पर सवाल खड़े करते हुए जवान के शव को लेकर चक्काजाम किया.
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बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने परिजनों को बताया कि अतुल सिंह ने 5 मार्च को अपनी ही सर्विस राइफल इंसास से खुद को गोली मार ली. अतुल सिंह बीएसएफ की असम राइफल्स की 31वीं बटालियन में पनवाड़ी में पदस्थ थे. उनकी पत्नी नेहा सिंह खुद भी बीएसएफ की एनएसजी कमांडो हैं और दिल्ली के ट्रेनिंग सेंटर में पोस्टेड हैं. नेहा ने अपनी पति की सुसाइड पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि उनके पति सुसाइड नहीं कर सकते.
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पीछे गोली मारकर कोई सुसाइड नहीं कर सकता
नेहा ने पति की मौत पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके पति सुसाइड नहीं कर सकते. उन्होंने बताया कि रात में बात हुई थी, वो कोई रजिस्टर कम्प्लीट कर रहे थे, यानी डयूटी पर नहीं थे. ड्यूटी पर होते तो बताते. नेहा सिंह ने कहा वह अपने पति से सीनियर हैं, 9 साल की जॉब हो चुकी है. उन्होंने भी सुसाइड केस देखे हैं, लेकिन कोई भी अपने पीछे गोली मारकर सुसाइड नहीं कर सकता. ऐसा संभव ही नहीं है. बीएसएफ में एनएसजी कमांडो पत्नी ने बीएसएफ पर सच छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब तो सच बोल दो.
ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
शव के गर्दन के पीछे गांव वालों का गुस्सा भी चरम पर पहुंच गया. गांव वालों ने सतना में पोस्टमार्टम कराने, शहीद का दर्जा दिए जाने और सतना में एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर सतना-चित्रकूट स्टेट हाइवे में जवान की लाश रखकर चक्काजाम कर दिया. मौके पर भारी पुलिसबल तैनात हो गया. चक्काजाम में कांग्रेस से रैगांव विधायक कल्पना वर्मा और भाजपा नेता प्रतिमा बागरी भी शामिल हुईं. सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान, सिविल लाइंस थाना प्रभारी अर्चना द्विवेदी, तहसीलदार बीके मिश्रा भी मौके पर पहुंचे. समझाइश के बाद जाम इस शर्त पर खुला कि 3 डॉक्टरों का पैनल एक बार फिर जवान के शव का पोस्टमार्टम करेगा.
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