बसपा विधायक रामबाई की ग्वालियर में दहाड़, बोलीं- काहे का सिंधिया का गढ़, जब जनता करवट बदलती है तो..
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MP Politics: मध्य प्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. बीजेपी और कांग्रेस के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) भी मैदान में कूद गई है. ग्वालियर के फूलबाग में बसपा के संस्थापक अध्यक्ष कांशीराम की 89वीं जयंती पर हुई सभा में पथरिया से बसपा विधायक रामबाई परिहार ने भाजपा और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर हमला बोला. रामबाई ने सिंधिया के गढ़ में ही उन्हें ललकारते हुए कहा- काहे का सिंधिया का गढ़, हम उनकी जड़ें उखाड़ फेकेंगे. सिंधिया ने कौन सी जनता के लिए पार्टी बदली, अपने हित के लिए दल बदला है. साथ ही भाजपा पर बदले की भावना से राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पैसों में टिकट देने का आरोप भी लगाया.
अक्सर चर्चा में रहने वाली बसपा विधायक रामबाई ने ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश में अबकी बार बहुजन समाज पार्टी सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसको लेकर उन्होंने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर को लेकर कहा कि काहे के सिंधिया… सिंधिया की यहां कोई जड़े गड़ी हैं. जनता जब करवट लेती है तो अच्छे-अच्छे को पटखनी दे देती है. और यही हाल ज्योतिरादित्य सिंधिया का हो चुका है.
बसपा विधायक रामबाई ने कहा कि अबकी बार विधानसभा के चुनाव में ग्वालियर चंबल अंचल की जनता बीजेपी और कांग्रेस को सबक सिखाने वाली है. क्योंकि दोनों ही पार्टियां खरीद-फरोख्त का काम करती हैं. विधायक रमाबाई ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के लिए बीजेपी और कांग्रेस को कोई चुनौती नहीं है. बल्कि दोनों ही पार्टियों के लिए हमारी पार्टी अबकी बार चुनोती रहेगी.
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रामबाई ने खाई भगवान की कसम, बोलीं- हमारे यहां टिकट का नहीं लगता पैसा
बसपा में पैसे लेकर टिकट बांटने को लेकर विधायक रमाबाई ने कांग्रेस और बीजेपी को टारगेट करते हुए कहा कि पैसे का लेनदेन सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस पार्टी का होता है. 2 से लेकर 5 करोड़ रुपए लेकर बीजेपी और कांग्रेस टिकट देती है. हमारी पार्टी में ऐसा नहीं होता है और इसका खुद प्रमाण में हूं. उन्होंने कहा कि मैं भगवान की कसम खाती हूं, मुझे टिकट के लिए एक रुपये भी नहीं देना पड़ा था. जब बहन मायावती मेरे चुनाव के दौरान प्रचार प्रसार करने के लिए गई थी तो खुद उनका 10 से 15 लाख रुपए लगा था.
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