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सूडान की लड़ाई में फंसा भोपाल का कारोबारी, परिजनों का बुरा हाल, बोले- जहां बम बरस रहे, वहीं…

रवीशपाल सिंह

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Young businessman of Bhopal trapped in Sudan war son trapped military camp
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MP News: भोपाल के संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में रहने वाले युवा कारोबारी जयंत सूडान के युद्ध में फंस गया है. अब यहां पर उनके माता-पिता और बहन का रो-रो कर बुरा हाल है. पिता नरेंद्र केवलानी का कहना है कि पिछले चार दिनों से वहां बिजली नहीं है. बेटा और वहां फंसे लोग अंधेरे में ही रह रहे हैं. पानी और राशन भी खत्म हो रहा है. जिस बिल्डिंग में बेटा फंसा हैं, ठीक उसके सामने ही मिलिट्री कैम्प है, जहां बमबारी हो रही है. जयंत 20 अप्रैल को सूडान से दुबई लौटने वाले था, तभी वहां लड़ाई शुरू हो गई.

जयंत की मां तमन्ना केवलानी का कहना है कि उम्मीद है कि मामा शिवराज और मोदी जी उनकी मदद जरूर करेंगे. जयंत की बहन का कहना है कि क्या केंद्र सरकार सो रही है जो अब तक कोई कदम क्यों नहीं उठाए.

दरअसल बैरागढ़ निवासी जयंत केवलानी एक ग्रेन मर्चेंट हैं और वह व्यापार करने के उद्देश्य से 4 मार्च को सूडान गया था. वहां से उसे 20 अप्रैल को लौटना था. वापसी के कुछ दिन पहले ही सूडान में वहां की सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच गृह युद्ध जैसे हालात निर्मित हो गए. जिसकी वजह से जयंत वहां पर फस गया है वहां पर किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है. जयंत के माता-पिता की मानो तो जयंत ने फोन कर उनको बताया कि जहां पर वह रुका है. उसके सामने ही सेना का मुख्यालय है, जहां पर गोलीबारी जारी है और उसके फ्लैट में भी कारतूस गिर रहे हैं.

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दो-तीन दिन की खाद्य सामग्री ही बची है…
परिजनों ने बताया कि जयंत सूडान की राजधानी खार्तूम में सेना मुख्यालय के पास ही फ्लैट में फंसा है. पिता नरेंद्र केवलानी के अनुसार सुरक्षा की चिंता के साथ खाद्य सामग्री की कमी भी बड़ी चिंता है, क्योंकि जयंत एवं उसके साथ रह रहे तीन युवकों के पास दो-तीन दिन की खाद्य सामग्री ही बची है. यदि जल्द कुछ हल नहीं निकला तो हालात बिगड़ जाएंगे. जयंत की बहन वंशिका केवलानी ने ट्विटर हैंडल के माध्यम से पीएम, विदेश मंत्री,सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ से मद्दद की गुहार लगाई है.

सूडान युद्ध में फंसे डेढ़ हजार भारतीय
सूडान में मिलिट्री और पैरामिलिट्री के बीच लड़ाई के बीच सूडान की राजधानी खार्तूम में करीब डेढ़ हजार भारतीय भी फंस गए हैं. इनमें भोपाल के 23 साल का युवा कारोबारी जयंत केवलानी भी शामिल है. जयंत ने लागातार अपने परिवार से संपर्क में हैं उसने बताया कि सूडान में यूक्रेन-रूस वॉर से भी बुरे हालात हैं. जयंत का परिवार चिंतित है, जयंत की बहन वंशिका लगातार ट्वीट कर केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगा रही है. वंशिका ने प्रधानमंत्री, शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को टैग कर ट्वीट किए हैं.

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जयंत की बहन का ट्वीट…

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कारोबारी के पिता नरेंद्र केवलानी ने बताया…

जितने भी भारतीय फसे हैं उनको तुरंत भारत लेकर आ जाए, वहां के हालत बहुत खराब हैं. उनके लिए खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है. 4 दिन से लाइट बंद है. मोबाइल चार्ज नहीं हो पा रहा है. उनके साथ मेरा बेटा ग्रेन मर्चेंट का बिजनेस करता है. पहले वह दुबई और तंजानिया में काम कर रहा था. अभी 4 मार्च को वह सूडान गया है. वहां के हालत बहुत खराब हैं. सामने ही मिलिट्री कैंप है. वहीं पर गोलीबारी हो रही है और पूरे कारतूस उसके घर में गिर रहे हैं.

‘हमने विदेश मंत्रालय और पीएमओ ट्वीट किया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को ट्वीट किया है पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. हम चाहते हैं कि हमारा बच्चा हो जो लोग फंसे हुए हैं वह वापस आ जाएं.’

साथ में इनपुट- इज़हार हसन खान

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