निशातपुरा रेलवे स्टेशन अब होगा कैलाश सारंग के नाम, विधानसभा में प्रस्ताव पेश

रवीशपाल सिंह

17 Mar 2023 (अपडेटेड: Mar 17 2023 9:59 AM)

Nishatpura Railway Station Name Change: भोपाल के निशातपुरा रेलवे स्टेशन का नाम बीजेपी नेता कैलाश सारंग के नाम पर होगा. आज यानि शुक्रवार को विधानसभा में निशातपुरा रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव लाया गया है. स्टेशन का नाम बदलकर कैलाश सारंग स्टेशन करने पर सहमति बनी है. कैलाश सारंग पूर्व राज्यसभा सदस्य थे. […]

mptak
follow google news

Nishatpura Railway Station Name Change: भोपाल के निशातपुरा रेलवे स्टेशन का नाम बीजेपी नेता कैलाश सारंग के नाम पर होगा. आज यानि शुक्रवार को विधानसभा में निशातपुरा रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव लाया गया है. स्टेशन का नाम बदलकर कैलाश सारंग स्टेशन करने पर सहमति बनी है. कैलाश सारंग पूर्व राज्यसभा सदस्य थे. निशातपुरा का नाम बदलने की मांग काफी लंबे समय की जा रही है. इससे पहले भी प्रदेश में हबीबगंज स्टेशन और इस्लामनगर का नाम चेंज हुआ है.

यह भी पढ़ें...

जानकारी के मुताबिक, भोपाल के निशातपुरा रेलवे स्टेशन का नाम भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व राज्यसभा सदस्य स्व. कैलाश नारायण सारंग के नाम पर होगा. इस हेतु राज्य विधानसभा में अशासकीय संकल्प आज दिनांक 17 मार्च को होशंगाबाद से विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने प्रस्तुत किया है. अशासकीय संकल्प सर्वसहमति से पास हुआ है. नाम बदलने की प्रक्रिया किये जाने हेतु विधानसभा से पास संकल्प को भारत सरकार के पास भेजा जायेगा.

मध्यप्रदेश की राजनीति में अहम भूमिका 
मध्यप्रदेश की राजनीति को जानने वाले पुराने लोग बताते हैं कि यहां की सियासत में दो ही घराने अहम रोल निभाते थे. एक गौर घराना, दूसरा सारंग घराना. सारंग और गौर ने भोपाल में कई कीर्तिमान रचे। भाजपा को मजबूत करने में यह दोनों ही दिग्गजों का बड़ा योगदान माना जाता है.

क्या होता है शासकीय और अशासकीय संकल्प
विधानसभा में दो तरह के संकल्प लाए जाए सकते हैं. पहला वो जिसे सरकार की ओर से लाया जाए. दूसरा किसी भी विधानसभा सदस्य द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को पहले से सूचना देकर लाया जाता है. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले होने वाली कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में इस पर विचार होता है. बैठक में सहमति बनने के बाद इसे विधानसभा की कार्यवाही के लिए सूचीबद्ध किया जाता है. दोनों ही संकल्प पर रखने वाला विधायक या मंत्री पहले अपना पक्ष रखता है. इस पर मत विभाजन भी हो सकता है. अगर संकल्प पारित होता है, तो सरकार उस पर काम भी कर सकती है.

भोपाल का नाम बदलने की चर्चा के बीच इस्लाम नगर का नाम बदला
राजधानी भोपाल का नाम बदले जाने की चर्चा के बीच ऐतिहासिक किलों और धरोहर वाले इस्लाम नगर का नाम सरकार ने बदल दिया है. अब यह फिर से जगदीशपुर के नाम से पहचाना जाएगा. मध्य प्रदेश में नाम बदलने की श्रृंखला में एक और नाम जुड़ गया. पहले हबीबगंज रेलवे स्टेशन को रानी कमलापति, फिर होशंगाबाद को नर्मदापुरम और अब इस्लाम नगर को जगदीशपुर. भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर कमलापति स्टेशन कर दिया गया था.

ये भी पढ़ें; महू कांड को लेकर विधानसभा में दूसरे दिन भी हंगामा, सदन में रोने लगीं विजयलक्ष्मी साधौ; कार्यवाही स्थगित

    follow google newsfollow whatsapp