Rajgarh News: गरीब बुजुर्ग किसान अपने घर के सामने फैली गंदगी से परेशान हो चुका था. उसके घर के सामने गोबर की रोडी लगा दी गई. जब हटाने को कहा तो दबंगो ने मारपीट की. वह हर जगह अपनी अर्जी लगाकर हार चुका था, आखिरकार जब किसी ने नहीं सुनी तो उसने महाकाल को अपनी अर्जी सुनाने की ठानी. बुजुर्ग सड़क पे उल्टा रेंगता हुआ न्याय मांगने के लिए वो सीधे भगवान महाकाल के दरबार में फरियाद लेकर 150 किलोमीटर की यात्रा पर निकल गया, जिसकी खबर उठाने बाद प्रशासन जाग गया और किसान की समस्या को दूर करने के लिए आगे आया.
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ये मामला राजगढ़ जिले जेथली गांव का है. जहां एक 75 वर्षीय गरीब किसान घर के सामने कचरे की रोड़ी बनाने से परेशान हो गया. जब गांव वालों ने उसकी बात नहीं सुनी तो वह अर्जी लगाने के लिए महाकाल दरबार की तरफ निकल गया. किसान उल्टा रेंगता हुआ 150 किलोमीटर की यात्रा पर निकल गया, जिसकी खबर दिखाई जाने के बाद प्रशासन जागा.
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प्रशासन की खुली नींद
राजगढ़ कलेक्टर हर्ष दीक्षित के निर्देश पर माचलपुर नायब तहसीलदार नवीन कुंभकार खुद बुजुर्ग किसान के घर से सामने से गोबर की रोड़ी हटवाने के लिए आए. किसान को समझाइश देकर अपने साथ वापस लाया गया.भेरूलाल के घर के सामने से रोड़ी हटवाकर रोड चौड़ा कर दिया गया है. साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना में उसका नाम जोड़ा गया है. नायब तहसीलदार का कहना है कि अगली सूची में उसका नाम आ जाएगा. परेशान बुजुर्ग पीठ के बल सड़क पर लेटते हुए यात्रा कर रहा था. इस तरह से उसने अब तक 80 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर ली है. जहां पर बीच रास्ते में कोई खाने को दे दे तो खा लेता है, जहां पर छांव मिलती है वहीं पर सो जाता है.
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क्या है पूरा मामला
राजगढ़ जिले के जीरापुर जनपद के ग्राम जेथली निवासी 75 साल के भेरूलाल गुर्जर की स्थिति बहुत ही दयनीय है. वह गरीब और मुसीबत का मारा है. इतना ही नहीं उसका एक बेटा संतराम मानसिक रूप से कमजोर हैं.किसान का गांव में कच्चा मकान है, उसमें सभी रहते हैं. उसे देखकर लगता है उसे सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला. इतना ही नहीं दबंगों ने उसके कच्चे और टूटे मकान के सामने कचरे की रोड़ी बना दी. किसान ने फूट-फूटकर रोते हुए बताया कि इससे घर में बदबू ही बदबू हो गई. किसान ने बताया कि गांव में प्रशासन के द्वारा कोई सुनवाई नहीं होने पर उसने थक हार कर अपनी बात को उज्जैन के महाकाल दरबार में लगाने की ठानी.
किसी ने नहीं सुनी तो महाकाल जाने की सोची
परेशान बुजुर्ग का कहना है कि मेरी कोई नहीं सुनता, बहुत दिनों से परेशान हो रहा हूं. मेरे घर के सामने ही गोबर फैंकने की रोड़ी बना दी, आधा रास्ता रोक दिया. घर में बदबू आ रही है, जब इसे हटाने की बात करों तो दंबग लोग मेरी नहीं सुनते मेरे बेटे के साथ मारपीट की है. मैं सितम्बर 2022 से कचरे की रोड़ी हटाने की मांग करता आ रहा हूं. कई जगह शिकायत करने के बाद जब किसी ने नहीं सुनी तो उसे लगने लगा कि अब मेरी सुनवाई यहां पर नहीं होने वाली है. और अपनी अर्जी को उपर वाले के दरबार, बाबा महाकाल भगवान शिव के समक्ष लगाने का मन में विचार किया.
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