mp news: मध्यप्रदेश से अलग विंध्य प्रदेश बनाने की मांग करने वाले मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी की एक ओर नई डिमांड चर्चा में हैं. नारायण त्रिपाठी ने अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने मांग की है कि सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर जिस तरह से वे इस बार चोल राजवंश के राजदंड सेंगोल को स्थापित करने जा रहे हैं. ठीक उसी तरह से वे नवीन संसद भवन में भगवान राम द्वारा भरत को दी गई चरण पादुका यानी खड़ाऊ की स्थापना भी करें. जिससे सही मायने में राम राज्य को स्थापित करने के विचार को लोगों के सामने रखा जा सके.
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मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी पत्र में लिखते हैं कि सेंगोल को स्थापित करने का विचार स्वागतयोग्य है. बीजेपी ने हमेंशा से ही राम राज्य की स्थापना पर जोर दिया है.चित्रकूट वो जगह है जहां पर भगवान राम और भरत के मिलाप का वर्णन है और यहीं पर भगवान राम ने सत्ता हस्तांतरण के स्वरूप अपने छोटे भाई भरत को अपनी चरण पादुका यानी खड़ाऊ दी थीं और भरत ने खड़ाऊ स्थापित कर राज राज्य को चलाया था.
नारायण त्रिपाठी लिखते हैं कि राम राज्य के विचार को सजीव रखने के लिए जरूरी है कि नवीन संसद भवन में खड़ाऊ की स्थापना की जाए. जिससे उन लोगों को भी जवाब दिया जा सके, जिन्होंने खड़ाऊ शासन को निगेटिव रूप में प्रचारित किया है.
नारायण त्रिपाठी बढ़ाते रहे हैं बीजेपी के लिए मुसीबतें
नारायण त्रिपाठी बीजेपी के लिए मुसीबतें बढ़ाते रहे हैं. कुछ समय पहले उन्होंने मध्यप्रदेश के रीवा और शहडोल संभाग को अलग कर विंध्य प्रदेश बनाने की मांग की थी. इसके लिए उन्होंने अपनी अलग पार्टी बनाने की भी घोषणा की थी. बीजेपी ने इसके बाद भी उनको अभी तक पार्टी से बाहर नहीं किया है और न ही खुद नारायण त्रिपाठी ने बीजेपी का लैटर हेड इस्तेमाल करना बंद किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में भी उन्होंने बीजेपी के लैटर हेड पर ही ये सारी बातें लिखी हैं. कुल मिलाकर नारायण त्रिपाठी उन चुनिंदा विधायकों में से एक हैं, जो बीजेपी में रहते हुए पार्टी के लिए कई तरह की राजनीतिक दिक्कतें पैदा करते रहे हैं.
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