मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल से कूदी नाबालिग, पुलिस पहुंचती उसके पहले ही हटा दी लाश
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MP News: विदिशा के मेडिकल कॉलेज से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. विदिशा के शासकीय अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल कॉलेज परिसर में बनी बिल्डिंग की पांचवी मंजिल से एक नाबालिग किशोरी ने कूदकर आत्महत्या कर ली. नाबालिग ने जिस घर से कूदकर खुदखुशी की है वह एक प्रोफेसर का है. मामला बेहद संगीन नजर आ रहा है, इसलिए पुलिस जांच में जुटी हुई है.
नाबालिग ने अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल कॉलेज के रिहायशी क्वार्टर 8 नंबर की बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या की है. वह बिल्डिंग की पांचवी मंजिल से कूदी. हैरानी की बात ये है कि नाबालिग किशोरी ने जिस बिल्डिंग से कूदकर खुदखुशी की है, वह अटल बिहारी वाजपेई की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर आकृति गुप्ता का घर है.
संदिग्ध है मामला
विदिशा मेडिकल कॉलेज परिसर में हुई नाबालिग की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है. किशोरी की उम्र मात्र 17 वर्ष थी. वह प्रोफेसर अनुकृति गुप्ता के घर में केयर टेकर के तौर पर काम करती थी. नाबालिग रात के वक्त बिल्डिंग से कूदी. जब तक पुलिस मौके पर पहुंच पाती उसके पहले ही उसकी डेड बॉडी को घटना स्थल से हटा दिया गया और उसे मेडकल कॉलेज ले गए. इसके अलावा सीसीटीवी में भी घटना रिकॉर्ड नहीं है. इस बारे में प्रोफेसर के परिवार ने कुछ भी कहने से मना कर दिया.
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पोस्ट मार्टम से खुलेगा मौत का राज
डीएसपी प्रतिभा शर्मा ने कहा “हमें सूचना मिली थी कि यहां एक डेड बॉडी मिली है, जिसे गार्ड द्वारा पहले ही शिफ्ट करा दिया गया था. 504 नंबर का रेजिडेंशियल फ्लैट है, जिसमें 17 साल की शारदा यादव केयरटेकर के रूप में काम करती थी. फ्लैट में रहने वाले भी बता रहे हैं कि जब वह सुबह सो कर उठे तब फ्लैट का दरवाजा खुला हुआ था. प्रथम दृष्टि में ये मामला आत्महत्या का लग रहा है. लेकिन जो फिंगरप्रिंट्स मिले हैं उनकी हम जांच कर रहे हैं”
डीएसपी प्रतिभा शर्मा का कहना है कि आत्महत्या किन कारणों से की गई है यह जांच का विषय है. पीएम रिपोर्ट के बाद मृत्यु की सही वजह सामने आ पाएगी.
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