पारदी हत्याकांड: फरार SI रामवीर कुशवाह पर सीआईडी ने घोषित किया 10 हजार का इनाम

विकास दीक्षित

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Guna News: मध्य प्रदेश के गुना में चर्चित पारदी हत्याकांड मामले में फरार चल रहे निलंबित SI रामवीर कुशवाह की गिरफ्तारी पर CID ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. सोमवार को पुलिस हेडक्वार्टर ने इस सम्बंध में आदेश जारी कर दिए हैं. फरार आरोपी रामवीर कुशवाह की जानकारी देने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम दिया जाऐगा. हाईकोर्ट द्वारा रामवीर सिंह की संपत्ति कुर्क करने के आदेश भी दिए गए हैं.

दरअसल वर्ष 2015 में लापता हुए आत्माराम पारदी के मामले में हाई कोर्ट की सख्ती के बाद CID सक्रिय हुई ,और लगातार कार्यवाई कर रही है. पिछले महीने ही इस मामले में हत्या की धारा बढ़ाई गई है थी. CID की टीम ने रामवीर कुशवाह के घर सहित जगह-जगह उसे पेश होने के नोटिस चस्पा किये थे. साथ ही उस पर इनाम घोषित करने के लिए पुलिस मुख्यालय भोपाल को प्रतिवेदन भी भेजा था. 

डीआईजी ने कहा – सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखेंगे
डीआईजी ने ईनाम की घोषणा करते हुए कहा गया है कि जो कोई भी व्यक्ति उक्त प्रकरण में आरोपी रामवीर सिंह पिता सुखवीर सिंह कुशवाह निवासी सोनी कालोनी गुना जिला गुना मप्र की पतारसी करवायेगा या सूचना देगा उसे दस हजार रुपये का नगद पुरुस्कार देने की उद्घोषणा करता हूं. सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जायेगा.

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मृतकआत्माराम पारदी और फरार SI रामवीर कुशवाह.

हाईप्रोफाइल आत्माराम पारधी हत्याकांड का मुख्य आरोपी है दरोगा
वर्ष 2015 में सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह उर्फ दाऊ ने अपने सतबियों के साथ मिलकर आत्माराम पारधी नाम के युवक की हत्या कर दी थी. हत्या के बाद आत्माराम की लाश को छुपा दिया गया. 7 साल बीत जाने के बाद भी आज तक आत्माराम पारधी की लाश बरामद नहीं हो सकी है. मामला पुलिस से सीआईडी के पाले में चला गया. इस मामले में ग्वालियर हाईकोर्ट की बेंच ने संज्ञान लेते हुए CID से जवाब तलब किया तो CID की टीम ने कार्रवाई करते हुए सब इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए जगह जगह छापेमारी की.

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अपराधियों को संरक्षण देता था दरोगा
हाईकोर्ट की फटकार के बाद सीआईडी ने जगह जगह छापेमारी की और छापेमारी के दौरान सब इंस्पेक्टर से जुड़े कई नए खुलासे भी हुए. रामवीर सिंह के अपराधियों के साथ भी फ़ोटो देखने को मिले हैं. जिससे यह साफ होता है कि सब इंस्पेक्टर के आरोपियों के दोस्ताना संबंध थे. दिल्ली डकैती कांड में शामिल बदमाशों का साथ और अपराधियों को संरक्षण देने का भी आरोप रामवीर सिंह उर्फ दाऊ पर है.

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दरोगा से प्रताड़ित होकर एएसआई ने कर ली आत्महत्या
 रामवीर सिंह कुशवाह की प्रताड़ना से तंग आकर ASI ने आत्महत्या भी कर ली थी. करीब 15 साल पहले 16 फरवरी 2008 को गुना जिले के धरनावदा थाने की पुलिस चौकी झागर में चौकी प्रभारी ASI मोहब्बत सिंह रघुवंशी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. मोहब्बत सिंह ने रामवीर कुशवाह के प्रताड़ित करने का जिक्र अपने सुसाइड नोट में किया था. दरोगा न सिर्फ अपने महकमें के लोगों को प्रताड़ित करता बल्कि अनुसूचित जाति जाति के लोगों को जातिसूचक गाली देकर मानसिक व शारीरिक रूप से  परेशान करता था.

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