BJP प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अफवाहों का बाजार गरम, प्रहलाद पटेल को लेकर चलती रहीं चर्चाएं

एमपी तक

• 03:38 PM • 26 May 2023

mp politics: मध्यप्रदेश बीजेपी में लगातार हलचल मची हुई है. शुक्रवार को भी एक बड़ी हलचल मची. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर अफवाहें फैलना शुरू हुईं. दिनभर ये अफवाहें सोशल मीडिया के जरिए तेजी से फैली कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की छुट्‌टी कर दी गई है और उनके स्थान पर केंद्रीय मंत्री […]

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mp politics: मध्यप्रदेश बीजेपी में लगातार हलचल मची हुई है. शुक्रवार को भी एक बड़ी हलचल मची. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर अफवाहें फैलना शुरू हुईं. दिनभर ये अफवाहें सोशल मीडिया के जरिए तेजी से फैली कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की छुट्‌टी कर दी गई है और उनके स्थान पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को बीजेपी ने अपना नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया है. ये अफवाहें इतनी तेजी से फैली कि प्रहलाद पटेल को बधाई देने वाले ट्वीट शुरू हो गए. उनके अपने क्षेत्र दमोह में तो कई लोगों ने मिठाईयां तक बांट दी. कई सोशल मीडिया पर इसे लेकर खबरें चलने लगीं. लेकिन खुद प्रहलाद पटेल ने कुछ मीडिया हाउस से चर्चा में स्पष्ट किया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है.

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लेकिन यहां बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि इस तरह की चर्चाएं आखिरकार क्यों शुरू हुईं. दरअसल बीते कुछ समय से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं. प्रदेश अध्यक्ष की कार्यप्रणाली को लेकर संगठन के अंदर भी कई सवाल खड़े किए गए हैं. कार्यकर्ताओं ने और पुराने नेताओं ने जिस तरह से इन दिनों बगावती तेवर अपनाए हुए हैं, उससे जाहिर हो रहा है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से सभी लोग खुश नहीं हैं.

जाहिर तौर पर अंदरखाने में बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष को बदलने को लेकर चर्चाएं काफी पहले से शुरू हो गई थीं. केंद्रीय नेतृत्व इस तरह के संकेतों को पहले से पढ़ रहा है. ऐसे में जब विधानसभा चुनाव में चंद महीने ही शेष हैं तो ऐसे में बीजेपी के अंदर बदलाव को लेकर मांगें उठनी लगी हैं. लेकिन बीजेपी ने अभी तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ही हैं और प्रहलाद पटेल का नाम उछालकर मध्यप्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा करने की कोशिशें दिनभर चलती रहीं.

सीएम और प्रदेश अध्यक्ष दोनों ओबीसी नहीं हो सकते?
दरअसल मध्यप्रदेश की राजनीति को करीब से जानने और देखने वाले जानकार बताते हैं कि मध्यप्रदेश में सीएम और प्रदेश अध्यक्ष दोनों ओबीसी वर्ग से बनाने की रिस्क बीजेपी नहीं लेगी. सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद ओबीसी वर्ग से आते हैं और ऐसे में प्रहलाद पटेल के रूप में दूसरा ओबीसी वर्ग का व्यक्ति यदि बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया जाएगा तो इससे राज्य के जातिगत समीकरणों पर असर पड़ेगा. इसलिए भी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को हटाने और प्रहलाद लोधी को अध्यक्ष बनाने के दावे कोरे अफवाह ही साबित हुए हैं.

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