जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया की वापसी क्या दमोह में बीजेपी की वापसी करा पाएगी? जानिए
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Mp News: बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया की भाजपा में बापसी हो गई है. सिद्धार्थ को विधानसभा उपचुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निष्कासित किया गया था. भाजपा ने सिद्धार्थ के अलावा जयंत मलैया को भी नोटिस दिया था. इसके बाद से सिद्धार्थ भाजपा के विरोध में खुलकर सामने आए थे. नगरीय निकाय चुनाव के दौरान सिद्धार्थ ने भाजपा के इतर TSM यानि की टीम सिद्धार्थ मलैया के बैनर तले चुनाव लड़वाया था. जिसका खामियाजा भाजपा को दमोह सीट हार कर उठाना पड़ा. 11 दिसंबर को जयंत मलैया के जन्मदिन पर दमोह में भाजपा के बड़े नेताओं का जमावड़ा लगा था. तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धार्थ मलैया की भाजपा में वापसी हो सकती है.
जानकारी के मुताबिक गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया की बेटे सिद्धार्थ मलैया पार्टी दफ्तर पहुंचे. जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी उनकी भाजपा में घर बापसी कराई गई.
सिद्धार्थ ने खुलकर किया था भाजपा का विरोध
प्रदेश में आने वाले समय में विधानसभा चुनाव हैं, और भाजपा चुनाव तैयारियों में अभी से जुट गई है. कुछ दिन पहले ही भाजपा संगठन ने पुराने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक ली थी. इस बैठक के जरिए भाजपा अपने रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने मे लगी हुई नजर आई थी. इसी कड़ी में आज जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया की घर वापसी कराई गई है. वापसी का एक कारण ये भी है कि उपचुनाव के दौरान भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद से दमोह में भाजपा की नींव कमजोर होती जा रही थी. सिद्धार्थ लगातार भाजपा के विरोध में खुले मंचों से बयानबाजी कर रहे थे. भाजपा को ये बयानबाजी आने वाले चुनाव में दोबारा कहीं भारी न पड़ जाए इसीलिए सिद्धार्थ की भाजपा में वापसी कराई गई है.
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BJP के नोटिस पर कैलाश विजयवर्गीय ने मांगी थी माफी
जयंत मलैया के 75वें जन्मदिन के पर अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा के कई बड़े नेता पहुंचे थे. राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि जयंत मलैया के राजनैतिक जीवन को दमोह उपचुनाव में मलैया को मिले नोटिस पर दोनों हाथ जोड़कर मलैया से माफी मांगी थी. उन्होंने कहा कि जयंत मलैया को शायद विश्वास नहीं होगा, लेकिन मैं यह बात बताना चाहता हूं कि जब उन्हें भाजपा ने नोटिस दिया था, तब आपने मुझसे कभी कुछ नहीं कहा लेकिन मैंने प्रदेश के नेताओं से कहा था कि यह बहुत गलत हुआ है.
उपचुनाव के बाद किया गया था निष्कासित
साल 2021 में दमोह विधानसभा उपचुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह की करारी हार हुई थी. इस हार के लिए राहुल सिंह ने पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया और उनके परिवार को दोषी बताया था. जिसके बाद भाजपा संगठन के द्वारा सिद्धार्थ मलैया सहित पांच मंडल अध्यक्षों को निलंबित कर दिया था और पूर्व मंत्री को नोटिस जारी किया था, जिसका सभी ने जवाब भी दे दिया, लेकिन एक साल का समय बीत जाने के बाद भी भाजपा में सिद्धार्थ की वापसी नहीं हुई थी और आखिरकार आज प्रदेश कार्यालय में सिद्धार्थ मलैया की भाजपा में वापसी हो गई है.
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